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कविता

सपना के सेजिया

अंजन


सपना के सेजिया, सुरतिया के सारी
असरा के अँखिया, जिनिगिया कुँआरी

पले-पले पलकों के पगली पलकिया
डोलि-डोलि डहकेली अँसुआ के थतिया
कलपि-कलपि काहे काँपे ई केवाड़ी

रुपवा के रँगवा रगकरि के समइया
ले गइल दूर कवनो रेतवा में नइया
सुसुकेली साँझि केकर रहिया निहारी

पूछेला खबरिया जवनिया के पानी
अँखिया में चुभुकेली सब जिंदगानी
पगली सनेहिया का जिनिगी उबारी

दर-दर दरकेला दिल के दरदिया
पहुँचा पिराला रोज पीसत हरदिया
जिनिगी बुझाली जइसे घन बँसवारी

 

 


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